शिवपुरी विधानसभा से बीजेपी इन नए चेहरों को उतार कर चौका सकती है। सबको
शिवपुरी,मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने की तारीक का ऐलान हो चुका है ऐसे में पार्टियां प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर रही है। भारतीय जनता पार्टी ने 8 अक्टूबर को अपनी चौथी सूची जारी की,जिसमें 57 प्रत्याशियों को जगह दी गई है,इस सूची में सीएम शिवराज सहित उनके मंत्रियों को भी शामिल किया गया है। वही कांग्रेस ने अपनी पहली सूची 15 अक्टूबर को जारी की जिस
में कमलनाथ सहित उनके पार्टी के अन्य नेताओं को शामिल किया गया है। लेकिन इसमें खास बात यह है। कि कांग्रेस ने अपनी पहली सूची मे ही 144 नामों की घोषणा कर सबको चौंका दिया है। तो वही बीजेपी ने चार लिस्टो में कुछ 136 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
किसी भी हाल में दोनों ही पार्टियां जीतना चाहती है। शिवपुरी विधानसभा
शिवपुरी विधानसभा को फतह करने के लिए कांग्रेस ने 6 बार के जीते हुए विधायक केपी सिंह कक्काजू को मैदान मे उतारा हैं लेकिन अब सबकी निगाह बीजेपी के प्रत्याशी पर टिकी हुई है। बीजेपी को इस बार शिवपुरी विधानसभा पर जीत दर्ज करने के लिए किसी दमदार प्रत्याशी की तलाश हैं। साफ शब्दों में कहे तो अगर बीजेपी से ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान मे आते है। तो कांटे का मुकाबला देखने को मिलेगा,खास बात तो यह है कि इस सीट को बीजेपी अपने ही पाले मे रखना चाहती है।
बीजेपी राज परिवार के इन चेहरों को भी उतार सकती है। मैदान मे
यशोधरा राजे सिंधिया ने जब से स्वास्थ्य का हवाला देकर चुनाव लड़ने से इनकार किया है तब से ही कयास लगाए जा रहे बीजेपी इस सीट से राजघराने से कोई नया चेहरे को मैदान में उतार सकती है। बीजेपी इस सीट से महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी सिंधिया या महाआर्यमन सिंधिया को मैदान में उतार सकती है।
आखरी में बीजेपी इन चैहरों पर जता सकती हैं अपना भरोसा
शिवपुरी विधानसभा सीट से दावेदारों की बात की जाए तो कई नाम सामने है। लेकिन फिलहाल पार्टी इस सीट पर सही निर्णय नहीं ले पा रही हैं कि किस नेता को मैदान में उतारा जाए तो इस किले पर बीजेपी को बरकरार रख सके,
बीजेपी से देखा जाए तो सबसे पहला नाम रामजी व्यास का हैं जो काफी समय से शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है,व्यास पहले भी भारतीय जनता पार्टी के पदों पर रह चुके हैं और शहर में साफ स्वच्छ छवि रखते है।
रामजी व्यास को भाजपा अगर शिवपुरी से अपना प्रत्याशी बनाती है तो सीधे सीधे ब्राह्मण समाज की नाराजगी दूर होगी और मुसलमान वोटर भी भाजपा के पक्ष में अपना मतदान कर सकता है। भाजपा के इस निर्णय से जिले की पांच विधानसभा सीट से भाजपा को लाभ होगा। रामजी व्यास के प्रत्याशी बनाए जाने पर कोलारस में सीधे सीधे भाजपा को लाभ है क्यो कि रामजी व्यास कोलारस के मूल निवासी है। वही व्यास ब्राह्मण समाज के एक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भी है।
वहीं दूसरा नाम धैर्यवर्धन शर्मा का हैं जो मौजूदा विधायक यशोधरा राजे सिंधिया के चुनाव ना लड़ने से पहले से ही शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। शर्मा भारतीय जनता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता है। और भारतीय जनता पार्टी में कई पदों पर रह चुके हैं। शहर के लोगों में काफी पकड रखते है। शहर में युवा वर्ग से लेकर हर उम्र के लोगो से व्यवहार रखते है।
तीसरे चैहरे की बात की जाए तो ब्राहम्मण समाज से भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजय शर्मा का नाम हैं। छात्र जीवन से राजनीति शुरू करने वाले विजय शर्मा सिंधिया राजपरिवार का एक हिस्सा रहे है। विजय शर्मा एक ऐसा चेहरा है जो शिवपुरी के वैश्य समाज में अपनी पकड़ रखता है। सबसे बडी दूसरी खास बात यह है कि विजय शर्मा ज्योतिरादित्य सिंधिया के शिवपुरी में सबसे नजदीकी माने जाते है। विजय शर्मा की छवि राजनीति में बेदाग,सहजता और सरलता भरी हुई है वही अगर भाजपा विजय शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाती है और विजय शर्मा विजयी होते है सरकार भाजपा की बनती है तो विजय शर्मा महाराज की मदद से शिवपुरी में बड़े प्रोजेक्ट कर सकते है
चौथा चेहरा जिला अध्यक्ष राजू बाथम का है फिलहाल राजू बीजेपी पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं अध्यक्ष पहले भी भारतीय जनता पार्टी में कई पदों पर रह चुके हैं और राजनीति में अच्छी पकड़ रखते है। लेकिन यह तो समय ही बतायेगा की बीजेपी केपी सिंह के सामने किसको मैदान में उतारती है।

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