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नेताओं ने विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से दिये थे त्याग पत्र, लोकसभा चुनाव में वापस लौटे

शनिवार, 6 अप्रैल 2024

नेताओं का खुद का नहीं है कोई वज़ूद तो सिंधिया के पकड़े पैर अब हुए भाजपाई









शिवपुरी हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव पर नजर डाले तो कई नेता ऐसे है जिन्होने भाजपा से त्याग पत्र दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गये थे लेकिन लोकसभा चुनाव में सभी नेता केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के समक्ष भाजपा में शामिल हो गये है बताना जरुरी होगा कि दल बदलु नेताओं को लेकर शिवपुरी की रजनीति समय समय पर चर्चित रही है विधानसभ से लेकर लोकसभा चुनाव तक कई नेताओं ने राजनीति में अपने घर बदले है कहने को शिवपुरी में राजनीति के भीतर तीन गुट है इन गुटो में एक गुट केन्द्रीय मंत्री योतिरादित्य सिंधिया का है तो दूसरा गुट पूर्व मंत्री और शिवपुरी की पूर्व विधायक यशोधरा राजे सिंधिया का है जबकि तीसरा गुट विधानसभा अध्यक्ष एवं मुरैना के विधायक नरेन्द्र सिंह तोमर का है कई नेता सीधे तौर पर केन्द्रीय मंत्री सिंधिया से जुडे है तो कई नेता यशोधरा राजे सिंधिया से जुडे है वही तीसरे गुट के तौर पर नरेन्द्र सिंह तोमर से भी जुडे है हाल ही के विधानसभा चुनाव को देखे तो सिंधिया से जुडे कई नेता कांग्रेस में शामिल हो गए और टिकिट की मांग करने लगे लेकिन इन नेताओ के चेहरे उस समय हल्के हो गए जब इन्हे कांग्रेस से टिकिट नहीं मिला इन नेताओ में सबसे पहले बात करते है कोलारस के पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी की तो वीरेन्द्र रघुवंशी चुनाव से ठीक पहले भाजपा से त्याग पत्र देकर कांग्रेस में शामिल हो गए और शिवपुरी विधानसभा से टिकिट की मांग करने लगे लेकिन उन्हे टिकिट नही मिला उस दिन से आज तक वीरेन्द्र रघुवंशी राजनीति में गुमनाम की जिदंगी जी रहे है

दूसरे नेता बैजनाथ सिंह यादव है जब केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कांग्रेस छोडी थी उस समय बैजनाथ सिधिया के साथ भाजपा में आ गये थे लेकिन विधानसभा चुनाव के समय बैजनाथ सिंधिया और भाजपा को छोडकर कांग्रेस में चले गये और कोलारस से कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव भी लड गये और चुनाव हार भी गये अब बैजनाथ दोबारा सिधिया की शरण में है और भाजपा में है तीसरे नेता होटल वाले राकेश गुप्ता है गुप्ता सिधिया और भाजपा को छोड कर कांग्रेस में शामिल हो गये और शिवपुरी से टिकिट की मांग करने लगे लेकिन उन्हे टिकिट नही मिला और अब अपनी पत्नी के साथ में सिंधिया की शरण में है और भाजपा में है अब बात करते है शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन के छोटे भाई जितेन्द्र जैन गोटू की, गोटू हमेशा से भाजपा में है लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा को छोडकर कांग्रेस में चले गये और कोलारस से टिकिट की मांग करने लगे लेकिन उन्हे टिकिट नही मिला अब गोटू सिंधिया कि शरण में है और भाजपा में है अभी दलबदलु नेताओं की कहानी खत्म नही हुई है पूर्व जनपद अध्यक्ष शिवपुरी पारम रावत पूर्व में सिंधिया का साथ छोडकर कांग्रेस में चले गये थे लेकिन अब सिंधिया की शरण में है और भाजपा में है पूर्व जनपद अध्यक्ष पोहरी प्रदुमन वर्मा

पूर्व में बसपा इसके बाद कांग्रेस और इसके बाद अब सिंधिया की शरण में है और भाजपा में है इस तरह से  नेताओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपने कई ठिकाने बदले है ऐसे में इन नेताओं की ईमानदारी पर संदेह बना हुआ है साथ ही भाजपा शीर्ष नेतृत्व इन नेताओं को आने वाले समय में अपने विश्वास में किस तरह से लेती है यह देखने वाली बात होगी 


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